(1.) क्रमिक विकास से आप क्या समझते हैं ? परिभाषित करें।
ANS- क्रमिक विकास एक तरह का विकास है जिसमें किसी व्यक्ति, संगठन या समुदाय की वृद्धि धीरे-धीरे होती है। इस विकास के दौरान अनुकूलन की एक विशेषता होती है जो यह सुनिश्चित करती है कि विकास के आवश्यक रणनीतियों, संरचनाओं और
संगठनों को विकसित किया जाता है।
(2) किन्हीं दो जैव उर्वरकों के नाम
ANS- राइजोबियम,
, एजोटोबैक्टर, फॉस्फोबैक्टीरिया, नील हरित शैवाल
(3) धुआँ तथा हाइड्रोकार्बन अंतर स्पष्ट करें।
ANS- सभी धुएं में कार्बन मोनोऑक्साइड, कार्बन डाइऑक्साइ पीएम या कालिख जैसे कण होते हैं जबकि हाइड्रोकार्बन एक कार्बनिक यौगिक होता है जिसमें पूरी तरह से हाइड्रोजन और कार्बन होता है।
(5.) कार्बनिक खेती पर एक टिप्पणी लिखें ?
ANS- कार्बनिक खेती-यह खेती करने की वह पद्धति है, जिसमें रासायनिक उर्वरक पीड़कनाशी, शाकनाशी आदि का उपयोग बहुत या बिल्कुल नहीं होता। इस पद्धति में अधिकाधिक कार्बनिक खाद, कृषि अपशिष्ट का पुनर्चक्रण, जैविक कारक जैसे कि नील हरित शैवाल का संवर्धन, जैविक उर्वरक बनाने में उपयोग किया जाता है।
(7) बिन्द उत्परिवर्तन से आप क्या समझते हैं ?
ANS- बिंदु उत्परिवर्तन एक नाइट्रोजन युग्म के प्रतिस्थापन, विलोपन या सम्मिलन द्वारा बेस युग्म में DNA का परिवर्तन या उत्परिवर्तन है। उदाहरण: सिकल सेल एनीमिया में,
रक्त के हीमोग्लोबिन वर्णक के बीटा ग्लोबिन श्रृंखला में बेस जोड़ी में उत्परिवर्तन होता
(8) समसूत्री कोशिका विभाजन के टीलोफेज़ अवस्था का स्पष्ट नामांकित चित्र दर्शाएँ।
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