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Bihar Board 10th First Terminal Exam Sanskrit Answer Key 2024-25 | संस्कृत First Terminal Exam 2024-25 Original Question Paper का Answer डाउनलोड करें

हेलो दोस्तों यदि आप भी बिहार के सरकारी स्कूल में 10th स्टडी कर रहे हैं तो आप सभी को पता हो कि आप लोगों का प्रथम सावधिक परीक्षा अगस्त महीने में होने वाला है इसी के संदर्भ में आप सभी को बताने वाले हैं कि प्रथम सावधिक परीक्षा 2024 किस तरह से Answer Key Download कर सकते हो वह भी आसान तो जी हां दोस्तों इसलिए हमारे शुरू से लेकर अंत तक पड़ेगा क्योंकि मैं इस आर्टिकल मेंदम बेहतर बारीकी से समझने वाला 9th की Sanskrit  का Question Paper और Answer Key आप किस तरह से डाउनलोड कर सकते हैं

BSEB Class 10th 1st Terminal Exam Sanskrit Objective Answer Key –

Table of Contents

Q.N. ANS Q.N. ANS Q.N. ANS Q.N. ANS
1. 13. 25. 37.
2. 14. 26. 38.
3. 15. 27. 39.
4. 16. 28. 40.
5. 17. 29. 41.
6. 18. 30. 42.
7. 19. 31. 43.
8. 20. 32. 44.
9. 21. 33. 45.
10. 22. 34. 46.
11. 23. 35. 47.
12. 24. 36. 48.
49. 50. 51. 52.
53. 54. 55. 56.
57. 58. 59. 60.

10th 1st Terminal Exam Sanskrit Subjective Question Download 

नीचे कक्षा 10वीं का संस्कृत विषय का सब्जेक्टिव का आंसर प्रथम सावधिक परीक्षा 2024 का सब्जेक्टिव का उत्तरदिया गया है आप आसानी पूर्व कस्क्रीनशॉट डाउनलोड या स्क्रीनशॉट मार सकते हैं

SHORT ANSWER

क. Ans- दयानन्द सरस्वती का जन्म 12 फरवरी 1824 मे टंकारा , मोरबी (मुम्बई की मोरवी रियासत) के पास काठियावाड़ क्षेत्र (जिला राजकोट), गुजरात में हुआ था। उनके पिता का नाम करशनजी लालजी तिवारी और माँ का नाम अमृता बाई (अम्बा बाई) था।
ख. Ans- अलसकथा’ पाठ में किसका वर्णन है? उत्तर-‘ अलसकथा’ पाठ में आलस्य का त्याग करने की शिक्षा दी गई है। मानवीय गुणों पर प्रकाश डाला गया है। दोषों से मुक्ति पाने की शिक्षा भी दी गई है।
ग. Ans- पंडिता क्षामाराव,पुष्पादीक्षित,मिथिलेशकुमारी आधुनिक काल की संस्कृत लेखिकायें हैं।
घ. Ans- सुलभा एक सन्यासिनी थी। वह योग धर्म के अनुष्ठान द्वारा सिद्धि प्राप्त कर अकेले ही इस पृथ्वी पर ज्ञान हेतु विचरण करती थी। उसने विवाह नहीं किया था। जनक संग विमर्श में उसने स्वीकार किया कि उसे स्वयं के योग्य इस धरा पर कोई नहीं मिला, इसलिए उसने अविवाहित रहकर ही ज्ञान प्राप्त करने का निश्चय किया।”
ड़. Ans- सीमन्तोन्नयन का अभिप्राय है सौभाग्य संपन्न होना। गर्भपात रोकने के साथ-साथ गर्भस्थ शिशु एवं उसकी माता की रक्षा करना भी इस संस्कार का मुख्य उद्देश्य है। इस संस्कार के माध्यम से गर्भिणी स्त्री का मन प्रसन्न रखने के लिये पति गर्भवती की मांग भरता हैं। यह संस्कार गर्भ धारण के छठे अथवा आठवें महीने में होता है।

LONG ANSWER

क. Ans- संस्कार व्यक्ति के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल सकते हैं और उसकी व्यक्तिगत, सामाजिक, और मानवीय पहचान को निर्मित कर सकते हैं। ये संस्कार व्यक्ति के बचपन से ही उसके विचारों, व्यवहार, और आचरण को प्रभावित करने लगते हैं और उसे एक स्थायी सांस्कृतिक भूमिका में स्थापित कर सकते हैं।
ख. Ans- कर्मवीर कथा पाठ से हमें शिक्षा मिलती है कि गाँव में रहनेवाले दलित एवं निर्धन छात्र भी मेहनत के बल पर सर्वोच्च शिखर पर पहुँच सकते हैं। लगन उत्साह और धैर्य से मनुष्य किसी भी कठिनाई पर विजय प्राप्त कर सकता है।
ग. Ans- उनके अनुसार सद्गुणों से विभूषित मनुष्य ही अपने समाज का कल्याण कर समता है । शिक्षा का उद्देश्य मानव में सभ्यता, सदाचार, परोपकार, आदि गुणों का विकास करना है। विद्या विलासी, घृतशील, सत्यव्रत अभिमान रहित परोपकारी, संसार के दुःख को दलन करने वाला, सद्गुणों से युक्त धन्य तथा कर्मरती व्यक्ति शिक्षा द्वारा निर्मित होना चाहिए ।

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निष्कर्ष:- हम आपको प्रथम सावधिक परीक्षा का क्वेश्चन पेपर डाउनलोड करने के लिए इस आर्टिकल में बताएं मुझे उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है अर्थात आप का इस आर्टिकल से मदद हुआ तो आप अपने दोस्तों को जरुर शेयर करें. धन्यवाद

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