WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Group Join Now

Class 10th Hindi First Terminal Exam 2024-25 | Hindi 10th Question Paper First Terminal Bihar Board

हेलो दोस्तों यदि आप भी बिहार के सरकारी स्कूल में 10th स्टडी कर रहे हैं तो आप सभी को पता हो कि आप लोगों का प्रथम सावधिक परीक्षा अगस्त महीने में होने वाला है इसी के संदर्भ में आप सभी को बताने वाले हैं कि प्रथम सावधिक परीक्षा 2024 किस तरह से Answer Key Download कर सकते हो वह भी आसान तो जी हां दोस्तों इसलिए हमारे शुरू से लेकर अंत तक पड़ेगा क्योंकि मैं इस आर्टिकल मेंदम बेहतर बारीकी से समझने वाला 10th की   का Question Paper और Answer Key आप किस तरह से डाउनलोड कर सकते हैं

BSEB Class 10th 1st Hindi Terminal Exam Sanskrit Objective Answer Key –

Table of Contents

Q.N. ANS Q.N. ANS Q.N. ANS Q.N. ANS
1. B 13. B 25. 37.
2. A 14. c 26. 38.
3. A 15. D 27. 39.
4. B 16. B 28. 40.
5. D 17. D 29. 41.
6. A 18. A 30. 42.
7. D 19. 31. 43.
8. A 20. 32. 44.
9. A 21. 33. 45.
10. D 22. 34. 46.
11. 23. 35. 47.
12. 24. 36. 48.
49. 50. 51. 52.
53. 54. 55. 56.
57. 58. 59. 60.

10th 1st Terminal Exam Hindi Subjective Question Download 

नीचे कक्षा 10वीं का हिंदी विषय का सब्जेक्टिव का आंसर प्रथम सावधिक परीक्षा 2024 का सब्जेक्टिव का उत्तरदिया गया है आप आसानी पूर्व कस्क्रीनशॉट

 

SHORT ANSWER
I. Ans- देबी नदी के बाँध के नीचे लक्ष्मी का घर था । दलेइ बाँध में पिछली बार जब नदी ने दाव साधा था, उस समय वह नयी-नयी आयी थी ससुराल । जिस दिन दलेइ बाँध टूट गया चारों ओर बाढ़ के पानी के साथ मनुष्य का हाहाकार मिलकर एकाकार हो गया था ।
III. Ans- रूपक अंलकार का मतलब है कि उपमेय और उपमान में कोई अंतर नहीं दिखाई होता है। 
IV. Ans- नाखून क्यों बढ़ते हैं” पाठ का आशय इस तथ्य पर केंद्रित है कि नाखून बढ़ने की प्रक्रिया हमारे शरीर के एक सामान्य और स्वाभाविक क्रियाकलाप का हिस्सा है।
V. Ans- जा प्रत्यय से बनने वाले शब्द
आत्मजा
शैलजा
अचलजा
कुलजा
नीरजा
अग्रजा
परमजा
भूमिजा
VI. Ans- भारत विजय का सिकंदर ने स्वप्न देखा था। उसी प्रकार आज भी भारतीयता को निकट से जानने के नवीन स्वप्नदर्शी को आज का सिकंदर कहना अतिशयोक्ति नहीं है, यह उचित है। लेखक ने कहा है कि नए सिकंदर को यह सोचकर निराश नहीं हो जाना चाहिए कि गंगा और सिंध के पुराने मैदानों में अब उसके विजय करने के लिए कुछ भी शेष नहीं रहा।

LONG ANSWER

I. Ans- जन्म- लगभग सन 1533 से 1558 के बीच; मृत्यु- सन 1628) का हिन्दी साहित्य में कृष्ण भक्त तथा रीतिकालीन कवियों में महत्त्वपूर्ण स्थान है। रसखान को ‘रस की खान(क़ान)’ कहा जाता है। इनके काव्य में भक्ति, श्रृंगार रस दोनों प्रधानता से मिलते हैं।
II. Ans- आनंदघन’ नाम स भी प्रसिद्ध हैं। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिमुक्त घनानन्द का समय सं. १७४६ तक माना है। इस प्रकार आलोच्य घनानन्द वृंदावन के आनन्दघन हैं।
III. Ans- उन्होंने राष्ट्रीय स्वाधीनता की चेतना को अपना सहचर बनाया एवं साम्राज्यवाद तथा सामंतवाद का विरोध किया । ‘प्रेमघन सर्वस्व’ से संकलित दोहों का यह गुच्छ ‘स्वदेशी’ शीर्षक के अंतर्गत यहाँ प्रस्तुत है इन दोहों में नवजागरण का स्वर मुखरित हैं। दोहों की विषयवस्तु और उनका काव्य-वैभव इसके शीर्षक को सार्थकता प्रदान करते हैं ।

हमारे सोशल मीडिया अकाउंट से जुड़े [हमें Follow करें]

Join Whatsapp Group Join Click Here
Youtube Channel Subscribe Click Here
Telegram Group Join Click Here

 

निष्कर्ष:- हम आपको प्रथम सावधिक परीक्षा का क्वेश्चन पेपर डाउनलोड करने के लिए इस आर्टिकल में बताएं मुझे उम्मीद है कि आपको यह आर्टिकल बहुत पसंद आया होगा अगर आपको यह आर्टिकल पसंद आया है अर्थात आप का इस आर्टिकल से मदद हुआ तो आप अपने दोस्तों को जरुर शेयर करें. धन्यवाद

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top