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By Krishna yadav 7654056639
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Q.1. चालक की धारिता से आप क्या समझते हैं?
Ans. चालक की धारिता : किसी चालक पर आवेश देने से उसका विभव बढ़ता है। Qav: Q- Cv जहाँ, C नियतांक है तथा इसे चालक की धारिता कहते हैं।
C = = यदि V=1 volt तो C-Q अतः किसी चालक की धारिता आवेश के बराबर होती है, जितना आवेश देने से उसका विभव इकाई से बढ़ जाता है। इसका SI मात्रक कूलम्ब/वोल्ट या फैराडे होता है।
Q.2. अर्द्धचालक क्या है ?
Ans. यह एक ऐसा पदार्थ है जिसका विद्युत प्रतिरोध चालक से ज्यादा तथा कुचालक से कम होता है। ऐसे पदार्थ के valence bond में तो इलेक्ट्रॉन होते हैं लेकिन conduction bond खाली होता है। इलेक्ट्रॉन को थोड़ी ऊर्जा देकर conduction bond में भेजा जा सकता है।
Q.3. सीवेक प्रभाव की व्याख्या करें।
Ans. जब दो भिन्न-भिन्न पदार्थ के तारों से बने जंक्शन में से एक को बर्फ में रख दिया जाता है तथा दूसरे जंक्शन को गर्म किया जाए तो तार से होकर धारा प्रवाहित होती है। इसे सौबेक प्रभाव कहा जाता है। ऊष्मा वैद्युत युग्म में बहने वाली धारा को ऊष्मा विद्युत धारा तथा जिस विद्युतवाहक बल के कारण यह ऊष्मा विद्युत धारा बहती है उसे ऊष्मा विद्युत वाहक बल कहा जाता है।
Q.4. थॉमसन प्रभाव क्या है ?
Ans. जब विद्युत धारा एक धातु में प्रवाहित की जाती है जिसके विभिन्न भाग विभिन्न तापक्रमों पर होते हैं तो सम्पूर्ण धातु में ऊष्मा का उत्सर्जन अथवा अवशोषण होता है। यह प्रभाव का प्रभाव कहलाता है।
.5. सेल का आंतरिक प्रतिरोध (internal resistance) क्या होता है?
Ans. जिस प्रकार चालक तार विद्युत धारा के मार्ग में प्रतिरोध उत्पन्न करता है उसी कार सेल की अन्दर वैद्युत अपघट्य भी विद्युत धारा के मार्ग में प्रतिरोध उत्पन्न करता है इसे पिल का आन्तरिक प्रतिरोध कहते है।
Q.6. समताप विद्युत (थर्मोपाइल) क्या है? इसका क्या कार्य है?
(What is thermopile? What is its function?)
Ans. समताप विद्युत यंत्र वह है जिससे गर्म वस्तुओं के ताप मापे जाते हैं। यह यंत्र विकीर्ण ऊष्मा का पता लगाने के काम में आता है। सौर विकिरण की माप और वर्णपट में ऊष्मा ऊर्जा के वितरण की तुलना करने के लिए इस यंत्र का उपयोग किया जाता है।
Q.7. प्रकाश में डॉप्लर प्रभाव के दो प्रयोग बतावें।’
(Give two uses of Doppler effect in light.)
Ans. प्रकाश में डॉप्लर प्रभाव के दो प्रयोग निम्नलिखित हैं-
(i) तारों तथा प्रकाश गंगा की चाल मापने में।
(ii) सूर्य का अपने अक्ष के परितः परिक्रमण वेग ज्ञात करने में।
3. धारा का चुम्बकीय प्रभाव और चुम्बकत्व (Magnetic Effects of Current & Magnetism)
Q.8. किसी स्थान पर के आभासी नमन कोण से आप क्या समझते हैं ?
( Ans. नमन कोण : चुम्बकीय नति या नमन कोण पृथ्वी के चुम्बकीय क्षेत्र की कुल तीव्रता
की दिशा तथा चुम्बकीय यामोत्तर में एक क्षैतिज रेखा के मध्य कोण है। यह कोण उस स्थान पर
नमन कोण कहलाता है। इसका मान 0° से 90° तक परिवर्तित होता है। इसका मान पृथ्वी के ध्रुव पर 90° तथा भूमध्य रेखा पर शून्य होता है।
Q9. चुम्बकीय विभव की परिभाषा दें।
Ans. चुम्बकीय विभव (Magnetic Potential) चुम्बकीय क्षेत्र के अन्दर ईकाई उत्तरी
ध्रुव को अनंत से किसी बिन्दु तक लाने में किये गये कार्य को नुम्बकीय विभव कहते है। इसे V
से सूचित किया जाता है।
किया गया कार्य V
W m
ध्रुवीय प्रबलता V == इसका SI मात्रक जूल / ऐम्पीयर मीटर होता है।
Q.10. पारिवारिक आय को परिभाषित करें। Or, पारिवारिक आय कितने प्रकार की होती है।
Ans. आधुनिक काल में कार्य करने के बाद मुद्रा प्राप्त होती है। नौकरी तथा व्यवसाय करने के बाद पैसे प्राप्त होते हैं। इसके अलावा धन की प्राप्ति ब्याज, लाभ, ईनाम, उपहार, पेशन तथा किराए के रूप में भी मिल सकती है।
• श्रीनिवासन तथा ओगले (Srinivasan and Ogale) ने कहा है कि परिवार की आय वह क्रय शक्ति है जो परिवार एक खास समय में प्राप्त करता है। इसके साथ परिवार के द्वारा बनाई गई या प्राप्त की गई वस्तुएँ तथा सुविधाएँ भी शामिल है। यह वस्तुएँ जैसे घरेलू बागवानी से सब्जियाँ प्राप्त करना या सुविधाएँ जैसे बच्चों को पढ़ाना या स्वयं घर का कार्य करना हो सकती है।
परिवार में वास्तविक आय के अतिरिक्त अन्य तरीकों से जो आय आती है वह पारिवारिक
आय कहलाती है, जैसे-मकान का किराया, विनियोजित धन पर मिलने वाला ब्याज, निःशुल्क शिक्षा, निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएँ, सरकारी मकान, पब्लिक लाइब्रेरी, बगीचा, परिवार के