Q.1. निम्नलिखित में प्रत्येक के एक-एक उदाहरण दें :
(a) जेल (b) एयरोसॉल) Ans. (a) जेल – जैली, पनीर, मक्खन (कोई एक) b) एयरोसॉल – बादल, कुहरा, कुहासा (कोई एक) । – Q.2. आकृति चयनित उत्प्रेरक की सोदाहरण व्याख्या करें।
Ans. उत्प्रेरकीय प्रतिक्रिया डाले गये उत्प्रेरक की संरचना और प्रतिकारक तथा प्रतिफल के आण्विक आकार पर निर्भर करता है, आकृति चयनित उत्प्रेरक कहा जाता है। जियोलाइट आकृति चयनित उत्प्रेरक है, क्योंकि इसकी संरचना कंधी जैसी है। ZSM-5 का उपयोग मिथेनॉल से गैसोलीन बदलने में किया जाता है।
Q.2. एडजॉर्पसन आइसोथर्म्स (Adsorbtion isotherms) क्या है? रासायनिक एडजार्पसन में पहले एडजार्पसन बढ़ता है और तब घटता है, क्यों? व्याख्या करें।
Ans. अधिशोषक द्वारा अधिशोषित गैस की मात्रा में स्थिर ताप पर दाब के साथ परिवर्तन एक वक्र के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है, जिसे अधिशोषण समतापी कहते हैं। रासायनिक अधिशोषण में अधिशोषण पृष्ठीय क्षेत्रफल बढ़ने के कारण बढ़ता है लेकिन
पृष्ठीय क्षेत्रफल कम होने के कारण घटता है।
Q.3. उत्प्रेरक को परिभाषित करें। (Define a catalyst.)
Ans. उत्प्रेरक : वैसे पदार्थ जो रासायनिक अभिक्रिया के पश्चात् रासायनिक एवं मात्रात्मक
रूप में अपरिवर्तित रहते हुए रासायनिक प्रतिक्रिया की दर में परिवर्तन करते हैं, उत्प्रेरक कहा जाता है।
Q.4. उचित उदाहरण के साथ आकार वरणात्मक (selectivity) उत्प्रेरक की व्याख्या करें।
Ans. यह एक रासायनिक अभिक्रिया है जिसमें अभिक्रिया की दर उत्प्रेरक के छिद्रों के आकार एवं अभिकारक तथा उत्पाद अणुओं के आकार एवं आकृति पर निर्भर करता है। चयन करनेवाले उत्प्रेरक में विभिन्न आकार-प्रकार के सक्रिय स्थल (छिद्र) होते है। जिओलाइट आकार चयन करनेवाले उत्प्रेरक हैं। जिओलाइट के छिद्रों का आकार 260 pm से 740 pm के मध्य होता है। यदि अभिकारक के अणुओं का आकार बड़ा है तो ये अणु जिओलाइट के छिद्रों में फिट नहीं हो पाते है और अभिक्रिया नहीं हो पाती है। दूसरी ओर यदि अभिकारक के अणुओं का आकार जिओलाइट के छिद्रों से अत्यन्त छोटा है तो ये बिना अभिक्रिया किये ही छिद्रों से गुजर जाते हैं। जिओलाइट उत्प्रेरक का एक उदाहरण ZSM-5 है। इसके द्वारा एल्कोहॉल का परिवर्तन गैसोलीन में होता है।
Q.5. सोदाहरण अक्रिय इलेक्ट्रोड को परिभाषित करें। Ans. अक्रिय इलेक्ट्रोड : वैसा इलेक्ट्रोड जो विद्युत विच्छेदन के दौरान एकत्रित होने वाले धातु से अभिक्रिया नहीं करता है।
Ex. (i) ग्रेफाइट इलेक्ट्रॉड,
(ii) pt. इलेक्ट्रॉड।
Q.6. क्रिस्टल विन्दु त्रुटि से आप क्या समझते हैं ?
(2019)
Ans. कोई भी क्रिस्टल पूर्णतः विशुद्ध नहीं होता है। सिर्फ परम शुन्य ताप पर अधिकांश क्रिस्टल दोषरहित हो जाते है। क्रिस्टल जालक में से किसी कण के गायब हो जाने या उसके क्रिस्टल के अंतराली स्थान में चले जाने से क्रिस्टल में दोष उत्पन्न हो जाता है। ताप में वृद्धि होने पर दोष उत्पन्न होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
Q.7. एंजाइम क्या है?
(2019)
Ans. शरीर की सभी क्रियाएँ एंजाइम द्वारा उत्प्रेरित होती है। ये प्रायः जीव उत्प्रेरक कहलाते है। उदाहरण के लिए, भोजन का पचना, के मुख्य पदार्थ का शरीर में शोषित होना तथा शरीर के लिए ऊर्जा प्राप्ति इत्यादि ।
Q.8. एल्काइल अमीन अमोनिया से प्रबल क्षार है क्यों ?
(2019)
Ans. एल्काइल एमीन समूह की उपस्थिति के कारण एल्काइल समूह एक धनात्मक प्रेरक प्रभाव देता है। धनात्मक प्रेरक प्रभाव के कारण क्षारीय प्रबलता बढ़ जाती है। इसलिए अमीन एक प्रबल क्षार है।
यह P कुचालक क्यों होता है? (2020)
Q.9. बराबर आण्विक भार वाले हाइड्रोकार्बन की अपेक्षा ऐल्कोहॉल जल में अधिक विलेय
जलीय विलयन विद्युत का Ans. अल्कोहल विद्युत का कुचालक होता है क्योंकि यह एक सह-संयोजक यौगिक है. और इसके अणुओं को जल आयणिकृत नहीं करता है इसके अणु के अंदर बंधन इतने प्रबल (20) रहते हैं कि वह ध्रुवीय जल द्वारा बंधन को तोड़ने का विरोध करने के लिए पर्याप्त होता है। इसलिए अल्कोहल जल मे आयनीकृत नहीं होता है और चालकता शून्य होती है।
संख्या
Q.10. ऐल्कोहॉल के होता है, क्यों?
(2020)
Ans. अल्कोहल जल के साथ अन्तराजुक H-बन्ध बनाते हैं परन्तु हाइड्रोकार्बण H-बन्ध नहीं बनाते हैं इसलिए समान अणुभार वाले हाइड्रोकार्बण से अल्कोहल जल में अधिक विलय होते हैं। Q.116. टेट्राएमीनो ऐक्वा क्लोरिडो कोबाल्ट (III) क्लोराइड का सूत्र लिखें। (2019)
Ans. [Co (NH3)4 (H2O) CI] Cl2. Q.117. निम्नलिखित को आप किस प्रकार बनायेंगे ?
(2020)
(a) मेथिल आयोडाइड से इथेन
Ans. (a) H♭Ho
(b) C2H2.
(b) ऐसीटिलीन से आयोडोफार्म
Q.11. हीमोग्लोबिन में उपस्थित धातु का नाम बताएँ। Ans. हीमोग्लोबिन में लोहा धातु उपस्थित रहता हैं। यह कार्बन, हाइड्रोजन, ऑक्सीजन तथा नाइट्रोजन तत्वों से भी बना होता है।
C₂H आपला
Q.12. (2) फार्मलिन का एक औद्योगिक उपयोग लिखिए। (b) बेंजल्डिहाइड का एक औद्योगिक उपयोग लिखिए। (2014)
Ans. (a) बेकेलाईट के निर्माण में फार्मलिन का उपयोग होता है। (b) बेन्जल्डिहाईड का उपयोग भोज्य पदार्थ, दवा, पेय पदार्थ आदि को जायकेदार बनाने में।
Q.13. एमीनो अम्ल के उभयधर्मी व्यवहार से आप क्या समझते हैं?
Ans. एमीनो अम्ल क्षारीय (NH2) व अम्लीय (- COOH) समूह वाले होते हैं। इसलिए वे उभयधर्मी प्रकृति के होते हैं। किन्तु इस एमीनो अम्ल में स्वयं ये लक्षण उत्पन्नः करते है अर्थात् NH2 समूह (क्षार) उसी अणु में -COOH समूह (अम्लीय) से प्रोटॉन प्राप्त करता है इसलिए Q-एमीनो अम्ल एक द्विध्रुवीय आयन के रूप में उत्पन्न होता है।
Q.14. एक उदासीन एमीनो अम्ल का नाम लिखें। यह क्यों उदासीन होता है?
Ans. ग्लाईसीन एक उदासीन एमीनो अम्ल है- H2N-CH2 – COOH यह उदासीन है क्योंकि इसमें समान संख्या में अम्लीय – COOH समूह और भास्मिक -NH2 समूह है।
Q.15. डाइजोनियम लवण के युग्मन प्रतिक्रिया की उदाहरण के साथ व्याख्या करें।
Ans. जब बेंजीन डाइजोनियम क्लोराईड इलेक्ट्रॉन धनी यौगिक फिनॉल और एनोलोन से प्रतिक्रिया करता है तो रंगीन एजो यौगिक का निर्माण करता है। इस प्रतिक्रिया को युग्मन प्रतिक्रिया कहते हैं।